अन्नदाताओं की मेहनत और डबल इंजन की सरकार की नीतियों ने वाराणसी के किसानों को बना दिया एक्सपोर्टर

  • ​इंडियन क्रैनबेरी और हॉग प्लम विदेशों में मचाएगा धूम
  • पहली बार वाराणसी का क्रैनबेरी और हॉग प्लम भेजा गया दुबई
  • ​दुबई के शेख चखेंगे बनारस की सब्जियों का स्वाद
  • ​मंगलवार को अमड़ा, बोड़ा और परवल वाराणसी के एयरपोर्ट से दुबई के लिए हुआ एक्सपोर्ट
  • पिछले वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही के मुकाबले इस वर्ष 248 प्रतिशत के ​एक्सपोर्ट में हुई वृद्धि

वाराणसी।​अन्नदाताओं की मेहनत और डबल इंजन की सरकार की नीतियों ने वाराणसी के किसानों को एक्सपोर्टर बना दिया है। इंडियन क्रैनबेरी और हॉग प्लम विदेशो में धूम मचाएगा। बनारसी क्रैनबेरी और अमड़ा पहली बार दुबई भेजा गया है। पूर्व की भाती बोड़ा और परवल भी दुबई एक्सपोर्ट किया गया है। एपीडा के माध्यम से करीब 1800 किलोग्राम सब्जिया दुबई के लिए मंगलवार को एयर कार्गो से भेजी गई है। किसानो के समूह एफपीओ नार्थ एग्रो फार्मर प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड ने सब्जियों का एक्सपोर्ट किया है। पिछले वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही के मुकाबले इस वर्ष 248 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फ़ूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट के बनने से निर्यात के और बढ़ने की सम्भावना है।


पूर्वांचल की मिट्टी की सोंधी खुशबु विदेशों में फ़ैल रही है। किसानों की मेहनत और योगी सरकार की रणनीति रंग ला रही है। एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ सी.बी.सिंह ने बताया कि ​मंगलवार को वाराणसी से ​​अमड़ा, करौंदा, बोड़ा और परवल वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से दुबई के लिए एक्सपोर्ट हुआ है। जिसमे पहली बार​ क्रैनबेरी (​करौंदा) हॉग प्लम ​(अमड़ा​) दुबई भेजा गया ​है। उत्तर प्रदेश सरकार की मदद से सब्जियों और फलों की उपज अंतरराष्ट्रीय बाजार के मांग के अनुसार होने लगी है। जिसका परिणाम ये हुआ कि पूर्वांचल की पेरिशेबल उत्पाद की मांग अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ने लगी है। वित्तीय वर्ष 2022 -23 के पहले तिमाही के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2023 -24 के पहले तिमाही में 248 प्रतिशत की निर्यात में वृद्धि हुई है। वही वित्तीय वर्ष 2021-22 में 157 मीट्रिक टन और वित्तीय वर्ष 2022-23 में 561 सब्जी और फलों का निर्यात हुआ है।

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने वर्ष 2020 में वाराणसी में कार्यालय खोलकर राज्य सरकार की मदद से निर्यात को बढ़ाया है। एपीडा ने कोरोना काल में अप्रैल 2020 में पहली बार ब्रिटेन हरी मिर्ची भेजी थी। वाराणसी से मुख्यतः खाड़ी देश, यूरोप,नेपाल, बांग्लादेश आदि देशो को हरी मिर्ची, भिंडी, परवल,हरी मटर, आम,लीची,केला, कुंदरू,अमरुद,आम,अरुवी,सहजन,लौकी, कटहल, अरवी,बैगन,आंवला, सहजन, खरबूजा आदि निर्यात हो रहा है।

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